गर्भपात ( मिस्ड अबॉर्शन ) क्या है?, कारण, लक्षण, सावधानिया

मिस्ड अबॉर्शन ( गर्भपात ) का क्या है? :

मिस्ड अबॉर्शन का अर्थ है जैसे की किसी महिला में गर्भावस्था में आती है तो बच्चे की ६ माह में धड़कन सुनने लगती है अर्थात अल्ट्रासाउंड में धड़कन नज़र आती है और कुछ समय पश्चात् दुबारा अल्ट्रासाउंड से चेकअप करने पर धड़कन न दिखायी देने को मिस्ड अबॉर्शन कहा जाता है यह रोगी एंव डॉक्टर दोनों को मानसिक रूप से प्रभावित करती है। मिस्ड अबॉर्शन की समस्या साधारण एंव IVF गर्भाशय ( pregnancy ) दोनों में आ सकती है

मिस्ड अबॉर्शन के कारण :

आनुवंशिक दोष ( genetic defence ):

आनुवंशिक दोष यानि की मान ले जब भी कोई चीज उत्पादित होती है उदाहरण के लिए किताबे। जब भी 100 किताबे बनती है। तो 100 में से कुछ किताबो में कुछ न कुछ कमियाँ रह जाती है। ऐसी तरह जब मानवीय भ्रूण ( बच्चे ) बनते है उसमे भी कुछ भ्रूण दोषपूर्ण / ख़राब बन जाते है अर्थात वह पूर्ण रूप से बच्चा बनने में सक्षम नहीं होते है उनमे कुछ कमिया रह जाती है। 75% महिलाओं में मिस्ड अबॉर्शन का कारण आनुवंशिक दोष ही होते है

एंडोक्रिनोलॉजी समस्याएं ( endocrinology Problems ) :

एंडोक्रिनोलॉजी समस्याएं भी मिस्ड अबॉर्शन का कारण हो सकती है एंडोक्रिनोलॉजी समस्याएं अर्थात जैसे की थायराइड, शुगर, बहुत तेज बुखार या गर्भावस्था के दौरान अन्य रोग के कारण मिस्ड अबॉर्शन हो जाती है। महिलाओ में तनाव के कारण बचे की धड़कन खो जाना भी के एंडोक्रिनोलॉजी समस्याएं है।

स्वप्रतिरक्षित रोग ( autoimmune disease ) :

स्वप्रतिरक्षित रोग अर्थात महिला के अंदर बन रहे बच्चे को , महिला की शरीर बाहरी पदार्थ समज कर अस्वीकार कर देती है। इसका मुख्य कारण आमतौर पर महिला की रोग प्रतिरोधक शक्ति बहुत अधिक होना होता है। यह स्वप्रतिरक्षित रोग भी कई बार मिस्ड अबॉर्शन का कारण बनते है

रक्त की पूर्ण रूप से आपूर्ति न होना :

कई बार बच्चे को रक्त सप्लाई करने वाली रक्त-वाहिनियो में खराबी आ जाने से च्चे को रक्त सप्लाई पूर्ण रूप से नहीं हो पाती है अथवा बच्चे को रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाने से मिस्ड अबॉर्शन हो जाता है

मधुमेह रोग होना :

महिला में अधिक % मधुमेह रोग होना मिस्ड अबॉर्शन का कारण हो सकता है

दर्द निवारक दवाओ का अधिक सेवन :

इबुप्रोफेन, नेप्रोक्सन जैसी दर्द निवारक दवाओ का अधिक इस्तेमाल करने से भी मिस्ड अबॉर्शन होने का खतरा बना रहता है ।

नशीली वस्तुओं का सेवन :

गर्भावस्था के दौरान अत्यधिक धूम्रपान और शराब का सेवन भी मिस्ड अबॉर्शन का कारण बन सकता है।

गर्भपात से बचाव के लिए सावधानियां :

  • गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवाई का सेवन करने से बचे
  • किसी अच्छे चिकित्सक से दैनिक रूप से विटामिन और फोलिक एसिड से भरपूर भोजन या दवा की खुराक की सलाह ले
  • एक बार गर्भपात होने के बाद आप दूसरी गर्भावस्था के लिए पहले किसी अचे डॉक्टर से परामर्श ले ले
  • गर्भावस्था के दौरान अत्यधिक धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बचे
  • इस समस्या से संबंधित कोई भी जानकारी के लिए आप हमारे Best IVF Centre in Jalandhar में आ कर डॉक्टर से सलाह भी ले सकते है

क्या मिस्ड अबॉर्शन होने पर ऑपरेशन से पेट की सफाई जरूरी है या नहीं ? :

मिस्ड अबॉर्शन होने डॉक्टर Abortion की दवाईया देकर पेट साफ़ करने की कोशिश करते है।