एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के लक्षण, कारण और इलाज | Ectopic pregnancy in Hindi

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी क्या है

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी। जैसे कि इसके नाम से ही स्पष्ट होता है। एक्टोपिक का अर्थ है दूसरी जगह पर।
ऐसी प्रकार एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का अर्थ है : प्रेग्नेंसी का दूसरी जगह पर होना। एक्टोपिक प्रेग्नेंसी कहीं पर भी हो सकती है ज्यादातर एक्टोपिक प्रेग्नेंसी ट्यूब में होती है। परन्तु ज्यादातर एक्टोपिक प्रेग्नेंसी कहीं भी हो सकती हैं जैसे कि एक्टोपिक प्रेग्नेंसी महिलाओं की बच्चेदानी के ऊपर भी हो सकती है एक्टोपिक प्रेग्नेंसी पेट में प्रेगनेंसी हो सकती है है। यदि बच्चा बच्चेदानी या सामान्य स्थान को छोड़कर जहां चिपक जाए उसे एक्टोपिक नाम से जाना जाता है

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी क्यों हो जाती है या एक्टोपिक प्रेग्नेंसी होने का कारण

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी ज्यादातर ट्यूब में ही होती हैइसका मुख्यत कारण यह है की प्रेग्नेंसी भी ट्यूब में ही होती है
जब ट्यूब में बच्चा बनकर बच्चेदानी की जाने लगता है और किसी कारणवश बच्चेदानी में नहीं जा पाता। तो वह ट्यूब में ही चिपक जाता है। ट्यूब बच्चेदानी के मुकाबले छोटी और ट्यूब में रक्त संचार बहुत कम एंव इसमें फूलने की शक्ति कम होने के कारण बच्चा कुछ हद/ सेंटीमीटर तक इसमें पनप सकता है।
बच्चा पनपते पनपते एक समय ऐसा आता है जब ट्यूब नाली फूल – फूल कर अंत में फट जाती है। ट्यूब के फटने से बहुत खून बहता है और रोगी को बहुत दर्द होता है और रोगी को अस्तपताल में दाखिल करते है।

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के लक्षण

  • पेट में बहुत तेज दर्द होना
  • बच्चे का ट्यूब में होने के कारण गर्भाशय के खून का रिसाव होते रहना
  • चलते चलते सिर घूमना या चक्कर आना
  • लगातार बेहोसी महसूस होना
  • शरीर के जोड़ भाग जैसे कंधे, गर्दन या गुदा में दर्द होना
  • पेट की ट्यूब में भारीपन महसूस होना

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के कारण

  • पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (Pelvic inflammatory disease)
  • महिला द्वारा धूम्रपान का अधिक सेवन
  • महिला की अधिक उम्र में प्रेगनेंसी होना
  • यौन संक्रमित रोग होना
  • पहले से एक्टोपिक प्रेग्नेंसी होना
  • फर्टिलिटी दवाओं का अधिक सेवन करना
  • आईवीएफ जैसी फर्टिलिटी ट्रीटमेंट लेना भी एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का कारण में शामिल है। परन्तु यह कम जानलेवा होती है। क्युकी इसमें डॉक्टर महत्वपूर्ण टेस्ट करते रहते है

एक्टोपिक प्रेगनेंसी के बाद भी प्रेग्नेंट हो सकते है क्या ?

काफी लोगो का यह सवाल रहता है की एक्टोपिक प्रेगनेंसी के बाद भी प्रेग्नेंट हो सकते है क्या ? यह साडी चीजे पेशेंट को देखने के बाद ही एक डॉक्टर बता सकते है

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी निदान | एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का पता लगाना क्यों जरूरी है

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी की अल्ट्रासाउंड की मदद से पता लगा सकते है। शोधकर्ताओं के अनुसार एक्टोपिक प्रेग्नेंसी 50 में से 1 महिला को होती है। परतुं फिर भी सभी महिलाओं को एक बार जाँच अवश्य करा लेनी चाहिए कि उनको एक्टोपिक प्रेग्नेंसी तो नहीं हुई है। या प्रेग्नेंसी कहा हुई है। एक्टोपिक प्रेग्नेंसी एक बहुत ही जानलेवा बीमारी है इसलिए इसकी जाँच बहुत अवश्य करवा लेनी चाहिए।

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का इलाज

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि महिला या रोगी को एक्टोपिक प्रेग्नेंसी हुए कितने दिन हो गए है और beta HCG test के आधार पर डॉक्टर सलाह देंगे की आपको सर्जरी करवानी चाहिए या आपका इलाज दवाईओं से भी हो सकता है। या Methotrexate Injection टीका लगाकर एक्टोपिक प्रेग्नेंसी को ठीक किया जाता है। और एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के कारण जिस रोगी की ट्यूब फट जाती है उसका सर्जरी या ऑपरेशन करके ही इलाज कर सकते है beta HCG वैल्यू के अनुसार ही डॉक्टर दवा या सर्जरी का सुझाव देते है। यदि beta HCG वैल्यू कम होती है तो डॉक्टर दवाईओ द्वारा इलाज करेंगे। इसकी विपरीत यदि आपकी beta HCG वैल्यू ज्यादा होती है तो डॉक्टर आपको सर्जरी या आपरेशन करवाने की सलाह देंगे

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के प्रति लोगो की गलत धारणाएं

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी से बचाव :

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी से बचने का कोई तरीका नहीं है लेकिन इसका सही समय पर टेस्ट करवाकर इसके जानलेवा खतरे को कम किया जा सकता है और यदि आप सिगरेट का सेवन करते हैं तो वो भी बंद कर दें।