ब्यास में आईवीएफ का इलाज और खर्चा

आई वी एफ एक फर्टिलिटी ट्रीटमेंट है जो कि उन जोड़ों के लिए बना है जो के बच्चा पैदा करने में असमर्थ है। इस ट्रीटमेंट से बाँझ जोड़ों का इलाज़ किया जाता है। इस प्रिक्रिया से बहुत से दम्पतियों को संतान होने का सुख मिला है । उन लोगों की ज़िन्दगी में यह प्रिक्रिया एक वरदान सिद्ध हुई है । ब्यास में आईवीएफ का इलाज डॉ मनदीप कौर द्वारा सफलतापूर्वक किया जाता है।
इस प्रिक्रिया में सबसे पहले इस्त्री के अंडे और पुरुष के शुक्राणुओं की जरूरत होती है । इन दोनों की आवश्यकता शिशु उत्पादन की स्थिति का निर्माण करने के लिए किया जाता है जिसे भ्रूण (Embryo) कहा जाता है। स्त्री के अण्डों को पुरुष के शुक्राणुओं की साथ शरीर के बाहर फर्टीलाइज़ किया जाता है। भ्रूण को महिला के गर्भाशय में रख दिया जाता है ताकि वह बड़ा हो और एक शिशु का आकर ले । हालाँकि यह एक जटिल प्रिक्रिया है किन्तु उन दम्पतियों के लिए बहुत सहायक है जो के अन्य फर्टिलिटी ट्रीटमेंट में असफल हो गए हैं ।ब्यास में आई वी एफ की प्रिक्रिया हमारे अस्पताल स्टार फर्टिलिटी हॉस्पिटल द्वारा की जाती है।

आई वी एफ के फायदे (benefits of IVF)

आई वी एफ का सबसे बड़ा फायदा है के ये उन दम्पतियों के लिए वरदान है जो के माता पिता बनने में सक्षम नहीं हैं । और इसके इलावा आई वी एफ के निचे लिखे गए फायदे भी हैं ।

  • आई वी एफ की प्रिक्रिया में अंडे और शुक्राणुओं का चयन किया जाता है, इससे गर्भधारण के सम्भावना बढ़ जाती है ।
  • आई वी एफ का उपचार शुरू होने से पहले महिला और पुरुष दोनों के स्वास्थ्य की जाँच की जाती है उसके बाद ही आई वी एफ का उपचार शुरू होता है , यही वजा से आई वी फैफ के उचार से स्वास्थ्य शिशु की सम्भावना बहुत अधिक हो जाती है ।
  • अगर पुरुष में शुक्राणुओं की क्वालिटी कम है या शुक्राणुओं की संख्या कम है और महिला की ओवरी में स्वास्थ्य अंडे नहीं बन रहे है तो इस स्थिति में डाटा शुक्राणु और अंडे का इस्तेमाल किया जा सकता है और शिशु होने की सम्भावना बढ़ जाती है ।
  • सरोगेसी के लिए आई वी एफ को सबसे अच्छा विकल्प मन जाता है । अगर कोई दम्पति सरोगेसी के माध्यम से माता पिता बनने का सोच रहे है तो आई वी एफ बहुत अच्छा विकल्प है ।
  • आई वी एफ के उपचार के बाद गर्भपात का खतरा कम हो जाता है इसलिए आई वी एफ को एक सुरक्षित इलाज़ माना जाता है ।
  • आई वी एफ महिला को प्रेगनेंसी का समय तेह करने की आज़ादी देता है , महिला खुद से गर्भधारण का फैसला कर सकती है ।

आईवीएफ के बाद किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

आईवीएफ उपचार के बाद कुछ आवश्यक बातों का ध्यान रखना अनिवार्य होता है , कुछ बात्तें निम्न लिखित है ।
1. भारी सामान न उठाये
2. अपनी दवाएं समय पर लें
3. संतुलित भोजन ही करें
4. तनाव से दूर रहना चाहिए
5. योन क्रिया से दूर रहें
6. खुश और तनाव मुक्त रहें

ब्यास मे आईवीएफ का खर्चा

स्टार अस्पताल मे आईवीएफ का खर्चा निचे दिया गया है। ये खर्चा हर किसी की स्थिति को देख कर ही बताया जा सकता है। इस प्रक्रिया का खर्चा बाकी देशो की तुलना मे बहुत कम है और यह इस प्रक्रिया की स्थिति पर निर्भर करता है। ब्यास मे आईवीएफ का खर्चा निचे दिए अनुसार है

ब्यास में आईवीएफ का खर्च

ब्यास में टेस्ट ट्यूब बेबी का खर्चDetails
ब्यास में आईवीएफ का खर्च1.5 Lakh to 2.5 Lakh INR (Depending Upon a Case )
Open9:30 am to 2:30 pm, 5:00 am to 6:00 pm
Working DaysMonday – Saturday
Mobile Number+91-9888958889