एंडोमेट्रियोसिस : लक्षण, कारण और उपचार

एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं में पाने जाने वाली समस्या है जिसे की 18 से 35 वर्ष की आयु की महिलाओं में पाया जाता है। यह बीमारी गर्भाशय में ही पायी जाती है जो की बहुत ही दर्दनाक और असहज भी हो सकती है लेकिन सही इलाज द्वारा इस बीमारी से मुक्ति पाना संभव है। अगर इस का समय पर इलाज न हो तो यह सिस्ट गंभीर रूप भी धारण कर सकती है इसी लिए स्टार अस्पताल एंडोमेट्रियोसिस का सफल इलाज प्रदान कर रहा है यहाँ डॉ मनदीप कौर ने अपने कई वर्षो के अनुभव से कई महिलाओं को इस दर्दनाक बीमारी से मुक्ति दिलवाई है और सुगम इलाज प्रदान किया है।

एंडोमेट्रियोसिस क्या है?

एंडोमेट्रियोसिस या चॉकलेट सिस्ट एक ऐसी बीमारी है जिसमे की पीरियड ब्लड जब पिछले हिस्से में चला जाता है तो इसकी अच्छे से सफाई ना होने के कारण यह पीरियड ब्लड अंडेदानी या बच्चेदानी के पीछे जाकर जम जाती है। जब यह पीरियड ब्लड जम जाता है तो यह अपनी जड़ें बना लेता है और वह बढ़ता रहता है। जब महिला को माहवारी आती है तो जो यह चिपका हुआ ब्लड है इसके अंदर भी और ब्लड उत्तपन होता है जो की धीरे – धीरे सिस्ट का रूप धारण कर लेता है। इस सिस्ट में ज्यादातर भूरे रंग का ब्लड जमा होता है जिस कारणवश इसे चॉकलेट सिस्ट भी कहा जाता है।

एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण

एंडोमेट्रियोसिस में ऐसे सिस्ट बनते हैं जो की अन्य ब्लड सिस्ट से अलग होते हैं और जिससे की स्कैनिंग द्वारा ही पहचाना जा सकता है। एंडोमेट्रियोसिस होने के कुछ लक्षण निचे दिए गए है।

  • पीरियड या माहवारी आने के समय बहुत अधिक दर्द उत्पन्न होना।
  • यह सिस्ट आम ब्लड सिस्ट से अलग होती है जो की खुद ब खुद नहीं जा पाती इसका इलाज करवाना ही इसका एक मात्र इलाज है।
  • मल त्याग करने में असहजता या पेट के हिस्से में दर्द होना।
  • आपसी सम्बन्ध बनाने या संभोग करने में मुश्किल होना।
  • निसंतानता होना भी एंडोमेट्रियोसिस होने का एक लक्षण हो सकता है।

एंडोमेट्रियोसिस के कारण

वैसे तो एंडोमेट्रियोसिस होने का कोई स्पष्ट कारण नहीं है लेकिन इसके लिए कई ऐसे कारण हो सकते है जो की परोक्ष रूप से एंडोमेट्रियोसिस जैसी स्तिथि पैदा कर सकते है जैसे की।

  • यह पाया गया है की अगर आपके परिवार में किसी महिला को यह हुआ हो तो आपको भी एंडोमेट्रियोसिस होने का खतरा हो सकता है।
  • इसमें यह भी पाया गया है की पीरियड ब्लड (Menstruation) का पीछे की और चले जाना ही इसका एकमात्र सिद्ध कारण है।
  • कई बार यह भी पाया गया है की ऑटो इम्यून रोग से भी एंडोमेट्रियोसिस हो सकता है।

एंडोमेट्रियोसिस का इलाज

एंडोमेट्रियोसिस का इलाज 2 प्रकार से हो सकता है जिससे पहले स्कैनिंग द्वारा यह देखा जाता है की सिस्ट की पोजीशन कहा है और उसका प्रभाव क्या है और कितना है। इसके बाद डॉ यह निश्चित करते है की क्या आपको इसके इलाज की जरूरत है या नहीं अगर तो स्कैनिंग में ब्लड सिस्ट आये तो वह खुद ब खुद ही ठीक हो जाता है लेकिन अगर चॉकलेट सिस्ट हो तो उसका इलाज करवाना आवश्यक हो जाता है जिसके लिए या तो दवाओं से इसका इलाज कुछ हद तक संभव है।

एंडोमेट्रियोसिस की सर्जरी

एंडोमेट्रियोसिस का पक्का इलाज इसकी सर्जरी से संभव है अगर तो यह सिस्ट बहुत अधिक बढ़ चुके हैं तो यह सर्जरी द्वारा ही ठीक किये जा सकतें हैं। यह सर्जरी सभी मरीज़ों के लिए नहीं हैं सिर्फ कुछ ही मामलों में इसको करने के लिए कहा जाता है। स्टार अस्पताल में यह सर्जरी उपलब्ध है जहां डॉ मनदीप कौर द्वारा इसका सफल इलाज प्रदान किया जाता है। जिसकी मदद से कई लोगों ने एंडोमेट्रियोसिस से छुटकारा पाया है।

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